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खड़ी बोली लोकगीत
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20:05, 20 जून 2009
* [[ अरे बरसन लागे बुंदिया चला भागा पिया / खड़ी बोली]]
* [[देन्णा होई जाया बें सेळी धरती / खड़ी बोली]]
* [[अँगना में रौरा मचाइल चिरैयाँ सत /खड़ी बोली]]
</sort>
अनिल जनविजय
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