Changes

पड़ जाती मेरी दृष्टि जिधर, हँसने लगती है सृष्टि उधर!
 
[[रश्मिरथी / तृतीय सर्ग / भाग 5 | अगला भाग >>]]
दोनों पुकारते थे 'जय-जय'!
 
[[रश्मिरथी / तृतीय सर्ग / भाग 5 | अगला भाग >>]]