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रहीम दोहावली - 4
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[[Category:दोहे]]
मानो मूरत मोम की, धरै रंग सुर तंग । <BR/>
नैन रंगीले होते हैं, देखत बाको रंग ॥ 301 ॥ <BR/><BR/>
Pratishtha
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