गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तम्सील/ फ़राज़
22 bytes added
,
09:45, 17 जुलाई 2009
कितनी सदियों के इन्तज़ार के बाद
क़ुर्बत-ए-यक-
नफ़द
नफ़स
<ref>घनिष्टता</ref> नसीब<ref>भाग्य से मिली हुई</ref> हुईफिर भी तू चुप उदास कम-आवेज़<ref>मिलने-जुलने से कतराने वाला
(of reserved nature)
</ref>
ऐ सुलगते हुए चराग़ भड़क
द्विजेन्द्र द्विज
Mover, Uploader
4,005
edits