गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
मनु-शतरूपा / राम सनेहीलाल शर्मा 'यायावर'
No change in size
,
15:49, 14 जून 2007
मिली साधना
सिध्दि
सिद्धि
से, फूले मन के कुंज।
मनु-शतरूपा को मिला, दिव्य नेह का पुंज॥
जब जब मांगे साधना दर्शन का वैकल्प।
तब तब मिलता
सिध्दि
सिद्धि
को दिव्य मधुर वात्सल्य॥
Anonymous user
61.0.48.129