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पिता / सरोजिनी साहू
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16:24, 21 अगस्त 2009
स्थिर हो. क्यों?
पत्ते
झाड़ते
झड़ते
हैं, उगते रहते हैं
आंधी से अस्तव्यस्त जीवन
पुष की जाड में जम जाती है
Jagadish Mohanty
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