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संध्या सुन्दरी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
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19:38, 9 मई 2007
है गूँज रहा सब कहीं -<br><br>
व्योम मंडल में,
जगतीजल
जगतीतल
में -<br>
सोती शान्त सरोवर पर उस अमल कमलिनी-दल में -<br>
सौंदर्य-गर्विता-सरिता के अति विस्तृत वक्षस्थल में -<br>
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Hemendrakumarrai