गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
फुटकर शेर-1 / शमशाद इलाही अंसारी
6 bytes added
,
09:48, 1 सितम्बर 2009
(रचनाकाल: 01.11.2002)
'''7.
दीवाना करे देती हैं ये तेरी हसरतों की कोमल बाँहें,
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits