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बाग़ीचे के सिपाही / मार्टिन एस्पादा
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02:50, 7 सितम्बर 2009
तख़्ता-पलट के बाद,
नेरुदा के बागीचे में एक रात
सिपाही नमूदार हुए,
पेड़ों से पूछ-ताछ करने के लिए लालटेनें उठाते,
ठोकरें खाकर पत्थरों को कोसते.
Bharatbhooshan.tiwari
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