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मधुशाला / भाग २ / हरिवंशराय बच्चन
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11:49, 7 सितम्बर 2009
बुरा सदा कहलायेगा जग में बाँका, चंचल प्याला,<br>
छैल छबीला, रसिया साकी, अलबेला पीनेवाला,<br>
पटे कहाँ से,
मधशाला
मधुशाला
औ' जग की जोड़ी ठीक नहीं,<br>
जग जर्जर प्रतिदन, प्रतिक्षण, पर नित्य नवेली मधुशाला।।२३।<br><br>
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