गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
चाँद सा प्यार / शीन काफ़ निज़ाम
4 bytes added
,
16:25, 10 सितम्बर 2009
तुम ने ठीक कहा था
उस दिन
-
प्यार
--
चाँद
-
सा ही होता है और नहीं बढ़ने पाता
है
तो
धीरे
-
धीरे
ख़ुद ही
घटने लग जाता है
</poem>
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits