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ऐसा कुछ भी नहीं / कैलाश वाजपेयी
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16:39, 16 सितम्बर 2009
ऐसा कुछ भी नहीं जिंदगी में कि हर जानेवाली अर्थी पर रोया जाए |
काँटों
बिच
बच
उगी डाली पर कल
जागी थी जो कोमल चिंगारी ,
M.c.mishra
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