गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
यदि तुम चाहते हो / अब्दुल्ला पेसिऊ
94 bytes added
,
06:03, 26 सितम्बर 2009
उस क़ैदी परिन्दे को
जिसने घोंसला सजा रखा है
मेरी जीभ पर।
'''अंग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र'''
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,803
edits