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दोनों चित्र सामने मेरे / हरिवंशराय बच्चन
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,
20:46, 29 सितम्बर 2009
नयनों में छाया-प्रकाश की
आँख-मिचौनी छिड़ी
परस्पर
परस्पर
,
बेचैनी में, बेसब्री में
हेमंत जोशी
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