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कोई नहीं, कोई नहीं / हरिवंशराय बच्चन
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22:15, 1 अक्टूबर 2009
वन ले नए पल्लव खड़ा,
ऐसा फिरा जो
लासके
ला सके
मेरे लिए विश्वास को-
कोई नहीं, कोई नहीं!
हेमंत जोशी
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