साथी, सो न, कर कुछ बात!
बोलते उडुगण परस्परपरस्पर,
तरु दलों में मंद 'मरमर',
बात करतीं सरि-लहरियाँ कूल से जल स्नातस्नात!
साथी, सो न, कर कुछ बात!
बात करते सो गया तू,
स्वप्न स्वप्न में फिर खो गया तू,
रह गया मैं और आधी बात, आधी रात!
साथी, सो न, कर कुछ बात!