गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
फिर किसी से दिल लगाया जाएगा / श्रद्धा जैन
No change in size
,
04:01, 24 अक्टूबर 2009
{{KKCatGhazal}}
<poem>
अब नया
दीया
दीपक
जलाया जाएगा
फिर किसी से दिल लगाया जाएगा
चाँद गर साथी न मेरा बन
सका
सके
साथ सूरज का निभाया जाएगा
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits