Changes

कुल्हाड़ी / नीलेश रघुवंशी

23 bytes added, 10:08, 31 अक्टूबर 2009
|संग्रह=घर-निकासी / नीलेश रघुवंशी
}}
{{KKCatKavita}}<poem>
चांद के पास तारे
 
तारों के पास आकाश
 
धरती के पास पेड़
 
पेड़ों पर फल-फूल
 
फल-फूल के पास आधी धरती आधा आकाश
 
आधी धरती आधे आकाश के बीच कुल्हाड़ी
 
कुल्हाड़ी के पास कंधा
 
मुस्कुराता है माली
 
उसके पास खाद हे किसी और को देने के लिए
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits