गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
धरा-व्योम / अज्ञेय
26 bytes added
,
18:54, 1 नवम्बर 2009
|संग्रह=अरी ओ करुणा प्रभामय / अज्ञेय
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
अंकुरित धरा से क्षमा
व्योम से झरी रुपहली करुणा
सरि, सागर, सोते-निर्झर-सा
उमड़े जीवन :
कहीं नहीं है मरना ।
</poem>
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits