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संधि-पत्र / अरुण कमल
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07:16, 5 नवम्बर 2009
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जब उन्होंने कहा कि मेरी बात से उनकी भावना को
चोट पहुँची है और उनका मर्म आहत हुआ है
रोको इस पर आक्रमण, मैं भी चुप हो जाऊंगा--
यह रहा संधि-पत्र!
</poem>
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