|संग्रह = अपनी केवल धार / अरुण कमल
}}
{{KKCatKavita}}<poem>
अख़बारों में ख़बर थी :
कैलिफ़ोर्निया की एक कुतिया ने तेरह बच्चे
एक साथ जने ।
अख़बारों में ख़बर थी :
युवराज ने कंगालों में कम्बल बाँटे ।
अख़बारों में ख़बर थी :
विश्व सुंदरी का वज़न 39 किलो है ।
अख़बारों में ख़बर थी :
प्याज़ बड़ा गुणकारी होता है ।
अख़बारों में ख़बर थी :
राजनेता ने दाढ़ी मुड़ाई ।
एक ख़बर जो कहीं नहीं थी :
किश्ता गौड़ को फाँसी हो गई
एक ख़बर जो ख़बर नहीं थी :
भूमैया को फाँसी हो गई ।
( किश्ता गौड़ और भूमैया आन्ध्र प्रदेश के नक्सलवादी, जिन्हें आपातकाल के दौरान फाँसी दे दी गई। )
</poem>