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सितारों के पयाम आए बहारों के सलाम आए (ग़ज़ल) / अली सरदार जाफ़री
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02:28, 6 नवम्बर 2009
कोई ‘सरदार’ कब था इससे पहले तेरी महफ़िल में
बहुत अहले-सुख़न<ref>रचनाकार,कवि,लेखक</ref> उट्ठे बहुत अहले-
कलाम
क़लाम
आये
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द्विजेन्द्र द्विज
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