|संग्रह=सामान की तलाश / असद ज़ैदी
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एक दिन इस दुनिया से उर्दू बोलने वालों का
सफ़ाया हो जाएगा
रह जाएगी बस हमारी प्यारी हिंदी भाषा
दफ़ना देंगे फिर हम अपनी यह कुल्हाड़ी
एक दिन ख़त्म हो जाएंगी
पश्चिम की तरफ़ मुँह करने वाली क़ौमें
हर तरफ़ होगा पूरब की रीत का बोलबाला
एक दिन पश्चिम दिशा ही ख़त्म हो जाएगी
अकेली बच जाएगी बस हमारी पूरब दिशा।
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