}}
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
आँख से दूर न हो दिल से उतर जायेगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जायेगा
इतना मानूस न हो ख़िल्वत-ए-ग़म से अपनी
तू कभी ख़ुद को भी देखेगा तो डर जायेगा
आँख से दूर न हो दिल तुम सर-ए-राह-ए-वफ़ा देखते रह जाओगे और वो बाम-ए-रफ़ाक़त से उतर जायेगा <br>वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जायेगा<br><br>
इतना मानूस न हो ख़िल्वत-ए-ग़म से अपनी <br>तू कभी ख़ुद को भी देखेगा ज़िन्दगी तेरी अता है तो डर ये जानेवाला तेरी बख़्शीश तेरी दहलीज़ पे धर जायेगा <br><br>
तुम सर-ए-राह-ए-वफ़ा देखते रह जाओगे <br>डूबते डूबते कश्ती तो ओछाला दे दूँ और वो बाम-ए-रफ़ाक़त से मैं नहीं कोई तो साहिल पे उतर जायेगा <br><br>
ज़िन्दगी तेरी अता है तो ये जानेवाला <br>तेरी बख़्शीश तेरी दहलीज़ पे धर जायेगा <br><br> डूबते डूबते कश्ती तो ओछाला दे दूँ <br>मैं नहीं कोई तो साहिल पे उतर जायेगा <br><br> ज़ब्त लाज़िम है मगर दुख है क़यामत का "फ़राज़"<br>ज़ालिम अब के भी न रोयेगा तो मर जायेगा <br><br/poem>