Changes

डाकिया / उदय प्रकाश

20 bytes added, 17:48, 10 नवम्बर 2009
|संग्रह= सुनो कारीगर / उदय प्रकाश
}}
{{KKCatKavita}}<poem>
डाकिया
 
हांफता है
 
धूल झाड़ता है
 
चाय के लिए मना करता है
 
डाकिया
 
अपनी चप्पल
 
फिर अंगूठे में संभालकर
 
फँसाता है
 
और, मनीआर्डर के रुपये
 
गिनता है.
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits