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चुनिन्दा अश्आर- भाग पाँच / मीर तक़ी 'मीर'
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<poem>
४१.
न मिल
मीर
‘मीर’ अबके अमीरों से तू
हुए हैं फ़क़ीर उनकी दौलत से हम
४२.
द्विजेन्द्र द्विज
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