गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
जो बीत गई सो बात गयी / हरिवंशराय बच्चन
3 bytes removed
,
06:25, 18 नवम्बर 2009
लघु जीवन ले कर आए हैं<br>
प्याले टूटा ही करते हैं<br>
फ़िर
फिर
भी मदिरालय के अन्दर<br>
मधु के घट हैं मधु प्याले हैं<br>
जो मादकता के मारे हैं<br>
मिथ्यावादिनी
4
edits