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दर्द आशोब / फ़राज़

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*[[ये तो जब मुम्किन है / फ़राज़]]
*[[तुम भी ख़फ़ा हो लोग भी बरहम हैं दोस्तो / फ़राज़]]
*[[फिर उसी राहगुज़र पर भी तू इंतज़ार कर शायद / फ़राज़]]
*[[तू कहाँ था ज़िन्दगी के रोज़ो-शब आँखों में थे / फ़राज़]]
*[[तिर्याक़ / फ़राज़]]