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आओ बापू के अंतिम दर्शन कर जाओ / हरिवंशराय बच्चन
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04:04, 26 नवम्बर 2009
इन आँखों को था बुरा देखना नहीं सहन,
जो नहीं बुरा कुछ
ुनते
सुनते
थे ये वही श्रवण,
मुख यही कि जिससे कभी न निकला बुरा वचन,
Tusharmj
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