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ऐ मेरे वतन के लोगों
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19:21, 28 नवम्बर 2009
'''रचनाकार् - कवि प्रदीप्'''
<poem>ए मेरे वतन् के लोगो
तुम् खूब् लगा लो नारा
ये शुभ् दिन् है हम् सब् का
Gumnaam
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