Changes

बजरंग बाण / तुलसीदास

333 bytes added, 12:00, 6 दिसम्बर 2009
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=तुलसीदास }} {{KKCatKavita}} <poem> निश्चय प्रेम प्रतीति ते, वि…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=तुलसीदास
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करें सनमान ।
तेहिं के कारज शकल शुभ,सि़द्व करें हनुमान ।।


</poem>