{{kkglobalKKGlobal}}{{KKFilmSongCategories|वर्ग=देश भक्ति गीत}}{{KKFilmRachnaफिल्म - हम हिन्दुस्तानी | गीतकार- रचनाकार=प्रेम धवन
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छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी
नये दौर में लिखेंगे मिलकर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी -2...
आज पुरानी जंजीरों ज़ंजीरों को तोड़ चुके हैंक्या देखें उस मंजिल को जो छोड़ चुके हैंचाँद के दर पे जा पहुंचा है आज जमानाज़माना
नये जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं
नया खून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी -2... हमको कितने ताजमहल हैं और बनानेकितने हैं अजंता हम को और सजानेअभी पलटना है रुख कितने दरियाओं काकितने पवर्त राहों से हैं आज हटानेनया खून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानीहम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी ...
आओ मेहनत को अपना ईमान बनायेंबनाएंअपने हाथों को अपना भगवान बनायेंबनाएंराम की इस धरती को गौतम की भूमि भूमी कोसपनों से भी प्यारा हिन्दुस्तान बनायेंहिंदुस्तान बनाएं
नया खून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी -2...
हर जर्रा ज़र्रा है मोती, आंख आँख उठाकर देखोमाटी में सोना है, हाथ बढ़ाकर देखोसोने की ये गंगा है, चांदी की यमुना
चाहो तो पत्थर पे धान उगाकर देखो
नया खून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी -2...
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