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एक पल में एक सदी का मज़ा हमसे पूछिए / ख़ुमार बाराबंकवी
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हँसिए मगर हँसी का मज़ा हमसे पूछिए
हम तौबा करके मर गए
क़बले
क़ब्ले
-अज़ल<ref> मौत से पहले</ref> "ख़ुमार"
तौहीन-ए-मयकशी<ref>शराब का निरादर</ref> का मज़ा हमसे पूछिये
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Lalit Kumar
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