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बृज नारायण चकबस्त

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== बृज नारायण चकबस्त की रचनाएँ ==[[Category:बृज नारायण चकबस्त]]{{KKGlobal}}
{{KKParichay
|चित्र=Brij Narayan Chakbast.jpg
|नाम=बृज नारायण चकबस्त
|उपनाम=--
|जन्म=19 जनवरी 1882
|जन्मस्थान=फ़ैज़ाबाद, [[उत्तर प्रदेश]], भारत
|मृत्यु=12 फ़रवरी 1926
|कृतियाँ=--|विविध=--|अंग्रेज़ीनाम=Brij Narayan Chakbast
|जीवनी=[[बृज नारायण चकबस्त / परिचय]]
|shorturl=chakbast
}}
{{KKShayar}}
{{KKCatUttarPradesh}}
====रामायण का एक सीन (एक लम्बी नज़्म)====
** [[रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग १]]
** [[रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग २]]
** [[रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग ३]]
* [[एक साग़र भी इनायत न हुआ याद रहे / बृज नारायण चकबस्त]]
* '''रामायण [[दर्द-ए-दिल पास-ए-वफ़ा जज़्बा-ए-इमाँ होना / बृज नारायण चकबस्त]]* [[फ़ना का एक सीन होश आना ज़िंदगी का दर्द-ए-सर जाना / बृज नारायण चकबस्त]]* [[ख़ाके-हिन्द (एक लम्बी नज़्मभारत की रज)'''/ बृज नारायण चकबस्त ]]: * [[रामायण वतन का एक सीन राग / बृज नारायण चकबस्त / भाग १]]: * [[रामायण का एक सीन नज़राने रूह / बृज नारायण चकबस्त ]]* [[पयामे-वफ़ा / भाग २बृज नारायण चकबस्त ]]: * फ़रियादे-क़ौम / बृज नारायण चकबस्त* फूलमाला / बृज नारायण चकबस्त* क़ौमी-मुसद्दस / बृज नारायण चकबस्त==== ग़ज़लें (मज़हबे-शायराना)====* [[रामायण का एक सीन कभी था नाज़ ज़माने को अपने हिन्द पै भी / बृज नारायण चकबस्त ]]* [[कहते हैं जिसे अब्र वो मैख़ाना है मेरा / भाग ३बृज नारायण चकबस्त ]]: * [[रामायण का एक सीन ज़ुबाँ को बन्द करें या मुझे असीर करें / बृज नारायण चकबस्त ]]* [[फ़ना नहीं है मुहब्बत के रंगो बू के लिए / भाग ४बृज नारायण चकबस्त ]]* दिल ही बुझा हुआ हो तो लुत्फ़े-बहार क्या / बृज नारायण चकबस्त * न कोई दोस्त दुश्मन हो शरीके दर्दे ग़म मेरा / बृज नारायण चकबस्त * दर्द दिल पासे वफ़ा जज़्ब-ए-ईमाँ होना / बृज नारायण चकबस्त * फ़ना का होश आना ज़िन्दगी का दर्दे सर जाना / बृज नारायण चकबस्त * ख़िदमते इन्साँ से दिल को आशना करते रहे / बृज नारायण चकबस्त * गर्दने ख़म निदामत से दिलाज़ारों की / बृज नारायण चकबस्त * फ़साना हो गए आज़ार दुश्मन की बुराई के / बृज नारायण चकबस्त * जहाँ में आँख जो खोली फ़ना को भूल गए / बृज नारायण चकबस्त * किसे मालूम है क्या रंग है बदले अब फ़ुगाँ अपनी / बृज नारायण चकबस्त * अज़ाँ से नार-ए-नाक़ूस पैदा हो नहीं सकता / बृज नारायण चकबस्त * अगर दर्दे मुहब्बत से इन्साँ आशना होता / बृज नारायण चकबस्त * दिल किए तसख़ीर बख़्शा फ़ैज़ रूहानी मुझे / बृज नारायण चकबस्त * दिल ही की बदौलत रंज भी है / बृज नारायण चकबस्त * नए झगड़े निराली काविशें ईजाद करते हैं / बृज नारायण चकबस्त