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सैलाब / शीन काफ़ निज़ाम
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14:50, 10 जनवरी 2010
दूर से
अब बहुत नज़दीक है
नज़दीक तर
नज़दीकतर
फिर वही बिलकुल वही बरसों पुरानी
घड़घड़ाहट
आओ
हम सब
फिर दुआ माँगें
Shrddha
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