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सोलह कला सरिस पंच दस हैँ बरिस / आत्मा
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|रचनाकार=आत्मा
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सोलह कला सरिस पंच दस हैँ बरिस ,
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आत्मा का यह दुर्लभ छन्द श्री
[[
राजुल मेहरोत्रा
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के संग्रह से उपलब्ध हुआ है।
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