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18:19, 27 जनवरी 2010 '''आयोवा'''<br>
हे-र्योन हाम के लिए
१.<br />
इस शहर का नाम<br />
एक नदी का नाम है<br />
शहर का सन्नाटा नदी की आवाज है<br />
दिन में शहर के चौराहे पुल और पार्क<br />
चुपचाप नदी में उतरते हैं<br />
किताबें कपड़े गृहस्ती का सामान और<br />
हैमबरगर बेचती दूकानें<br />
पानी में स्थिर पड़ी रहती हैं<br />
खिलौनों की एक दूकान<br />
कुछ देर नदी के तल में सो जाती है
शाम को जब रोशनियां जलती हैं<br />
शहर नदी के बाहर आता है<br />
एक खाली जगह दिखती है<br />
पानी में उगा हुआ एक पेड़<br />
उसके नीचे एक अकेली बेंच<br />
जिस पर पत्ते बैठते हैं कुछ देर.
२.<br />
रास्ता लम्बा है चलना आसान नहीं<br />
रात खत्म नहीं होती बारिश थमती नहीं<br />
शोर होता रहता है सन्नाटा टूटता नहीं<br />
रोशनियाँ जली रहती हैं अंधेरा भागता नहीं<br />
रोना आता रहता है हँसी रुकती नहीं<br />
वर्फ गिरती जाती है आग बुझती नहीं.
३.<br />
एक पत्ता पेड़ पर ज़रा-सा अटका रहता है<br />
बादल आसमान में ज़रा-सा अटका रहता है<br />
धुंध चेहरों पर ज़रा-सी अटकी रहती है<br />
नींद रात के किसी कोने में ज़रा-सी अटकी रहती है<br />
भाषा में ज़रा-सी अटकी रहती है कविता.
१९९१