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तिरंजन बैठियाँ नाराँ भला जी झुरमुट पाया ए / पंजाबी
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05:30, 30 जनवरी 2010
-सौ हथ दी लज खुए दी खिच खिच बावाँ,
भार पिंडे ते धौण डौल गई दूर पिंडे दियां रावां,
दूरों किदरों फाती आये, सिरे ते मटका चाया ए
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तिरंजन बैठियाँ नाराँ...
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