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आँख से दूर न हो / फ़राज़
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15:56, 14 फ़रवरी 2010
तेरी बख़्शीश तेरी दहलीज़ पे धर जायेगा
डूबते डूबते कश्ती
तो ओछाला
को उछाला
दे दूँ
मैं नहीं कोई तो साहिल पे उतर जायेगा
Sandeep Sethi
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