Changes

<poem>
उन्हें शौक़-ए-इबादत भी है और गाने की आदत भी
निकलती हैं दुआऎं दुआऐं उनके मुंह से ठुमरियाँ होकर
तअल्लुक़ आशिक़-ओ-माशूक़ का तो लुत्फ़ रखता था
Delete, Mover, Uploader
894
edits