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मुझ को इस रात की तनहाई में आवाज़ न दो / दिल भी तेरा हम भी तेरे
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04:52, 1 मार्च 2010
मुझ को इस रात की तनहाई में आवाज़ न दो / दिल भी तेरा हम भी तेरे का नाम बदलकर एक,दो,तीन,आजा मौसम है रंगीन
#REDIRECT [[एक,दो,तीन,आजा मौसम है रंगीन / शैलेन्द्र]]
Sandeep Sethi
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