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जीवन है इक दौड़ सभी हम भाग रहे हैं / कुमार विनोद
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15:12, 17 मार्च 2010
वो जीवन मे सुख पा लेते भी तो कैसे
जिनको
ड़सते
डसते
इच्छाओं के नाग रहे हैं
रंगों से नाता ही मानो टूट गया हो
अपने
जावन
जीवन
मे ऐसे भी फाग रहे हैं
</poem>
Gautam rajrishi
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