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15:22, 17 मार्च 2010 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=कुमार विनोद
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<poem>
सब आंखों का तारा बच्चा
सूरज चाँद सितारा बच्चा
सूरदास की लकुटि-कमरिया
मीरा का इकतारा बच्चा
कल-कल करता हर पल बहता
दरिया की जलधारा बच्चा
जग से जीत भले न पाए
खुद से कब है हारा बच्चा
जब भी मुश्किल वक्त पड़ेगा
देगा हमे सहारा बच्चा
</poem>