{{KKGlobal}}{{KKFilmSongCategories|वर्ग=देश भक्ति गीत}}{{KKFilmRachna|रचनाकार= साहिर लुधियानवी}}<poem>ये देश है वीर जवानों का अलबेलों का मस्तानों काओ ...ओ ... अति वीरों कीये देश है वीर जवानों का , अलबेलों का मस्तानों काइस देश का यारों ... होय!! इस देश का यारों क्या कहना , ये देश है दुनिया का गहना
ओ... ओ...यहाँ चौड़ी छाती वीरों की, यहाँ भोली शक्लें हीरों कीयहाँ गाते हैं राँझे ... होय!!यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती मेंमस्ती , मचती में झूमें धूमें बस्ती में
ओ... ओ...पेड़ों में बहारें झूलों की, राहों में कतारें फूलों कीयहाँ हँसता है सावन ... होय!!यहाँ हँसता है सावन बालों में, खिलती हैं कलियाँ गालों में
ओ... ओ...कहीं दंगल शोख जवानों के, कहीं कर्तब करतब तीर कमानों केयहाँ नित नित मेले ... होय!!यहाँ नित नित मेले सजते हैं, नित ढोल और ताशे बजते हैं
ओ... ओ...दिलबर के लिये दिलदार हैं हम, दुश्मन के लिये तलवार हैं हममैदां में अगर हम ... होय!! मैदां में अगर हम दट डट जाएं, मुश्किल है के कि पीछे हट जाएं हुर्र हे !! हा!!हुर्र हे !! हा!!हुर्र हे !! हा!अड़िपा! अड़िपा! अड़िपा!
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