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10:58, 27 अप्रैल 2010 मंगल ग्रह इस समय पृथ्वी के बहुत पास आ गया है<br />
वहॉं किसी जीव के न होने का सन्नाटा<br />
अब पृथ्वी के पड़ोस में कोई नहीं<br />
समय पड़ने पर पृथ्वी का कौन साथ देगा<br />
पृथ्वी के सुख-दुःख<br />
उसके नष्ट होने<br />
और समृद्ध होने का कौन साक्षी होगा.<br />
<br />
सुनो मेरे पड़ोसी<br />
सबके अड़ोसी पड़ोसी<br />
और पड़ोस के बच्चे<br />
जो एक दूसरे की छतों में<br />
कूदकर आते जाते है,<br />
मंगलग्रह इस समय पृथ्वी के बहुत समीप है-<br />
पृथ्वी के बच्चों कूदो<br />
तुम्हारा मंगल हो<br />
वायु, जल, नभ, <br />
धरती, समुद्र, तुम्हारा मंगल हो<br />
दूब, पर्वत, वन<br />
तुम्हारा मंगल हो <br />
मगलू! तुम्हारा मंगल हो<br />
पृथ्वी से दूर अमंगल, मंगल हो.<br />
<br />