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नयी कविता
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|रचनाकार=ज़्देन्येक वागनेर
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<Poem>

जो नज़दीक होता है
वह दूर हो सकता है
जो दूर ही होता है
वह पास हो सकता है

स्वप्निल दिल हृदय से
रोज़ मिला करता है
परन्तु चार आँखें
कुछ नहीं देखती हैं

दोनों दिल सपनों में
सफ़र कर रहे हैं
साथ साथ वे आसमान में
हर रात को उड़ते हैं

आता है सवेरा
मरता है अंधेरा
जागता है नया दिल
उदास हैं दोनों दिल

बड़ी तो दूरी में
प्यारा दिल रहता है
और मैं रोज़ पूछता हूँ
कि आज कहाँ है तू


मैंने इस कविता को हिंदी में ही लिखा है। अब यहाँ उसका चेक भाषा में अनुवाद पढ़ें


'''Blizoučké dálavy'''

Co blízké vypadá
v dálce se propadá
co v dáli mizí již
zítra snad bude blíž

Dvě duše zasněné
denně se potkají
však oči zasněné
vůbec se neznají

Dvě srdce tajný sen
na cestu pohání
na nebi nočním jen
těší se z létání

Jitro se otvírá
temnota umírá
nový den vstává již
srdce jsou smutku blíž

V nesmírné dálavě
rozmilé srdce dlí
a tak se ptám právě
kdepak jsi dneska ty



'''रचनाकार की टिप्पणी'''
इस कविता में एक खास सुंदरता है। हिंदी छंद में ''रोज़ मिला'' शब्द
मौजूद हैं। चेक भाषा में ''rozmilá'' शब्द है जिसका मतलब है ''प्यारी''।
चेक छंद में ''rozmilé'' शब्द है जिसका उच्चारण है ''रोज़मिले''।
(चेक भाषा में तीन लिंग और सात कारक होते हैं)
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