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आँखे / मंगलेश डबराल
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14:03, 11 मई 2010
|रचनाकार=मंगलेश डबराल
|संग्रह=
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आँखे संसार के सबसे सुंदर दृश्य हैं
इसीलिए उनमें दिखने वाले दृश्य और भी सुंदर हो उठते हैं
अनिल जनविजय
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