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अक्कड़ मक्कड़ / भवानीप्रसाद मिश्र
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,
03:11, 29 मई 2010
दोनों मूरख,
दोनों अक्खड़,
गर्जन गूंजी, रुकना
पडा
पड़ा
,सही बात पर झुकना
पडा
पड़ा
!
उसने कहा सधी वाणी में,
Aditi kailash
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