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रफ़ूगरी / मदन कश्यप
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16:13, 5 जून 2010
|रचनाकार= मदन कश्यप
|संग्रह= नीम रोशनी में / मदन कश्यप
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हर आदमी अपने फटे को ढंकना चाहता है
द्विजेन्द्र द्विज
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