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बारूद और बच्चे / मनोज श्रीवास्तव
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09:12, 8 जून 2010
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|रचनाकार= मनोज श्रीवास्तव
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'''बारूद और बच्चे'''
भविष्य के अंध कूप में
बारूदी ज़खीरा इकट्ठा कर रहे हैं.
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Shrddha
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